बात पर डिस्कशन करेंगे कि हम पूरे साल भर में ज्यादा से ज्यादा कितनी अमाउंट की यूपीआई ट्रांजैक्शन कर सकते हैं कि हमारे ऊपर कोई भी टैक्स का नोटिस में इसके साथ-साथ संचार और सवालों को भी डिस्कस साल भर में ज्यादा से ज्यादा कितनी कि हमारे ऊपर कभी भी इनकम टैक्स का नोटिस ना इसके साथ-साथ यह भी देखेंगे कि साल भर में हम बैंक में कितना ज्यादा से ज्यादा कैश डिपॉजिट कर सकते हैं और बैंकों से कितना ज्यादा से ज्यादा साल भर में कैश निकलवा सकते हैं ताकि इस केस में हमारे ऊपर कोई इनकम टैक्स का नोटिस ना इसके अलावा हम यह भी एक बहुत इंपोर्टेंट सवाल है कि बहुत ज्यादा से ज्यादा में कितने सेविंग्स अकाउंट खोले कि हमारे ऊपर कोई भी इनकम टैक्स का नोटिस में यह भी देखेंगे कि हमारे ऊपर कभी भी इनकम
अमाउंट कि बैंकों में फिक्स डिपाजिट करवा सकते हैं
- टैक्स का नोटिस और अंत में एक चीज यह देखेंगे कि आजकल बहुत सारे लोग क्रेडिट कार्ड का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो क्रेडिट कार्ड कि हम कितने ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। कितनी ताकि इस केस में भी हमारे ऊपर।
- कोई भी इनकम टैक्स का नोटिस नहीं। अब यह सारी की सारी चीजें मैं कोई अपने मन से नहीं बताने वाला जहां पर है। यहां पर एक चीज़ लिखी हुई कि यहां पर मेंशंड है कि कैश आप ज्यादा से ज्यादा कितना साल भर में डिपॉजिट कर सकते हो ताकि इनकम टैक्स में कोई नोटिस नहीं। इसके साथ-साथ आपकी जो
- क्रेडिट कार्ड की लिमिट है। हर एक चीज है। पूरे प्रश्नों के अंदर मेंशंड तो इसके अंदर से 150 में निकाली है। यहां पर एक ही बात करनी चाहिए ना कि जो सेकंड से लेकर 4.30 सब कुछ तो इनकम टैक्स की जो
क्रेडिट कार्ड की लिमिट को ज्यादा से ज्यादा यूज कर सकते हैं
प्रॉशर है उसके अंदर मेंशंड लेकिन अगर हम यूपी की बात करें तो यूपी की कि आप ज्यादा से ज्यादा इतनी ही कर सकते हो ताकि आपके ऊपर कोई इनकम टैक्स का नोटिस में कुछ ऐसा मेंशन नहीं है। लेकिन जो लोग गलती करते हैं वह गलती यह करते धड़ल्ले से। चला रखी है सारी की सारी अपनी सेविंग अकाउंट में चला रखी। इनकम टैक्स यह बोलते हैं कि आप हर रोज डे को कई बार क्या होता है। तू किसी की दुकान दुकानदार का करंट अकाउंट सेविंग अकाउंट है। उसी का ही क्यू आर कोड निकालेगा, दुकान पर चिपका देगा। हर रोज जो आ रही है, उसकी पेमेंट की थी। उसके सेविंग अकाउंट में आ रही है तो इनकम टैक्स बोलते हैं कि आप अगर करंट अकाउंट खोलते हो तो उससे आप जितनी मर्जी युक्ले का लेनदेन करो। हमें कोई प्रॉब्लम नहीं है। साल के अंत में आईटीआई
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कोई लिमिट नहीं सेट की हुई
भर दो लेकिन भाई अगर आप ऐसा कर रहे हो किससे? अकाउंट में ही सारी लेनदेन चला रखी है जैसे कि मान के चलो मेरा गूगल पर है। मेरे गूगल पर से मेरे दोस्तों को भेज रहा हूं। दोस्त आगे भेज रहे हैं या फिर मालूम है, किसी से पेमेंट ले रहा हूं। फिर आगे दे रहा हूं तो ऐसे करके जितनी भी में ट्रांसफर करता हूं ना बहुत ज्यादा उसमें प्रॉब्लम है। इनकम टैक्स बोलते कि तो उस केस में आपके ऊपर इनकम टैक्स का नोटिस आ सकता है। यदि की आ ही गया आ सकते। इनकम टैक्स आपसे पूछ सकता है, लेकिन अगर आप यही सारी की सारी ट्रांजैक्शंस करंट अकाउंट में करते हो। तब आपको कोई दिक्कत नहीं है। इनकम टैक्स वाले बोलते हैं कि कृषि एनुअल इनकम हिमालय पर जॉब करते हो। साल भर में आप ₹500000 कमाते हो तो
अगर आप पूरे दिन में ₹10000 से ज्यादा की। अगर यूके ट्रांजैक्शंस करते हो
₹500000 का लेन-देन नहीं होना चाहिए। आपको साल भर में 500000 itr2 पर ₹500000 की टैक्स कोई नहीं भरते क्योंकि ₹500000 तक तो हर कोई फ्री है। इस केस में पता लगे कि आप किसी से पेमेंट ले रहे हो, आगे दे रहे हो, ले रहे हो धीरे वहीं दिन है पता लगेगी ₹600000। तो अगर आपके पास प्रॉपर उसने में भी डांस हुआ तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर अभी नहीं हुआ। उसमें फिर आप का नोटिस भी आ सकते हैं। इसके अलावा बहुत सारे लोग पहले की बात करें। सारी फिर आगे एफबी कैसे चलेंगे? स्टूडेंट्स एक बहुत बड़ा धमाकेदार बिजनेस आज की डेट में चलावे मोबाइल लगाने वाला लॉक। एमपी ऑनलाइन दुनिया जान के क्रेडिट कार्ड रखें। खुद के पास अगर कहीं का नहीं दिया। ना
इनकम टैक्स पूछ सकता कि भाई आपने साल भर में कमाए ₹500000 और लेन-देन आपने ₹600000 का कर रखा है
तो लिंक बना रखी। किसी का पता है कि बुआ जी के पास आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड मामा जी के पास एसबीआई का क्रेडिट कार्ड लोन अप्लाई फ्लिपकार्ट पर सिलाई तो अलग-अलग फोन लगाने शुरू करते हैं। एक फोन मंगाया। उसके ऊपर मान कर चलो। ₹40000 का फोन पड़ गया। ऊपर लगा कर ठीक है। जी मारपीट का आरोप लगा दिया। तो उस तेल वेल में कोई ना कोई क्रेडिट कार्ड किसी ना किसी का ले ले करके मान कर चलो कि ₹40000 का फोन अपने घर पर मंगा लिया। फिर लोग क्या करते हैं। यह बता दो मैं आपको बहुत लेवल पर स्टूडेंट्स ने बिजनेस चलाने का पूरे भारत में ₹40 का फोन उठाकर दुकानदार के पास ले जाएंगे। दुकानदार को बोलेंगे भाई यह फोटो थ्री थाउजेंड का हमारे से
40,000 का फोन मार्केट में तो दुकान पर हूं। वह फोन लेने जाए तो मान के चलो अब ₹39000 का मिलता है
खरीद लो दुकानदार बड़े प्यार से ले लेते। ब्लैक में दुकानदार बाजार में जब दुकानदार इसको भेजेगा तो ₹45000 का दुकानदार भेज दे। आगे दुकानदार को भेजा। ऐसे में क्या दुकान में पेमेंट देगा। दोबारा आपके अकाउंट में ढल जाएगा और कह रहा है बार-बार आप अपने सेविंग्स अकाउंट के अंदर की यूपी की एक तरह से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर रहे हो। यूपी का मतलब ये नहीं कि स्कैन करके पेमेंट कर दी। कहने का भाव यह है कि आप ऑनलाइन सेविंग अकाउंट में इतनी बड़ी बड़ी साइकिल चला रहे हो। ऐसे बिजनेस बनाती है। छोटे-छोटे बच्चे हैं। एक ही करोड़पति साल में ट्रांसलेशन कर देते हैं। फोन वाले बिजनेस में कई लोग ऐसे हैं कि इधर से पेमेंट ले बीच में अपना एक या दो परसेंट का कमीशन रखेंगे। आगे पेमेंट कर दी। आपने पूरे साल भर में
एक दुकानदार भी 2 नंबर में काम किया जो स्टूडेंट वगैरह। क्विड कार से फोन मंगाया
कभी 50000 का भी एक लाख कभी दो लाख अपने सेविंग्स अकाउंट में ले रहे हो। ऐसी आगे किसी किसी को भेज रहे हो, पता लगे। अब एक परसेंट आपने मालू कमीशन भी खा लिया। आपने तो 50 किलो ₹50000 पर आ गई। उसको भेज दिए मालूम नहीं चला ₹50000 टोटल टर्नओवर मानो 50 लाख 50,000 गया टोटल टर्नओवर ₹9950000 का। कर दिया सेविंग्स अकाउंट में कितने बड़े बवंडर में आज तक तो कभी मैसेज भी नहीं किया होगा। आपने आपके पास ना करंट अकाउंट सेविंग अकाउंट पर आपने पूरा धमाका कर रखा है। इनकम टैक्स वाले बोलते हैं कि भाई अगर आपकी टर्नओवर 40 पर चली गई ना तो जीएसटी नंबर लेना कंपलसरी है और आगरा प्रोफेशनल बिजनेस में अगर आपकी टर्नओवर 20 लाख से ऊपर चलेंगे
आप ने पूरे साल भर में ₹5000000 अपने सेविंग्स अकाउंट में ले लिया
तो आपको जीएसटी नंबर लेना कंपलसरी है ना आपके पास करंट अकाउंट है, ना जीएसटी नंबर है। इसमें तो पकड़ा गया नोटिस अगर नोटिस आ गया। वह साफ यह कहेगा भाई ऑलमोस्ट 9950000 गए क्या? भाई कम से कम 8% प्रॉफिट तो दिखाओ इनकम टैक्स वाला बोलेगा। भाई एक करोड़ की टर्नओवर के पीछे ₹800000 तो बचा ही होगा। भाई साहब आपने आठ लाख की आईटीआई आपके पास आप तो यह सोच कर बैठे हो कि मैंने तो सिर्फ 50000 50000 पर जो है। 5 लाख से नीचे आते तो ट्राय करूंगा कि मैं तो आप तो 5 से नीचे आ गया। अपने मन में सोच कर बैठे हो कि मैं टैक्स फ्री बंद आइटीआर भाई ₹800000 कमाए कमाए हैं। आप बिल्कुल उलझन में हो। ऐसा आप समझ जाओ यूपी से इतना ज्यादा खेलना करंट
इनकम टैक्स वाला मानकर बैठे की आठ परसेंट तो प्रॉफिट दिखा
अकाउंट खुलवा लो। अगर दुकान है, बिजनेस है तब तो आंख बंद कर करंट करके करंट अकाउंट खुलवा, खुलवा सेविंग्स अकाउंट में इतना लेन देन प्लीज मत।
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