कार इंश्योरेंस के बारे में डिस्कशन करेंगे। इस वीडियो में कार इंश्योरेंस से जुड़े जितने भी पॉइंट सेना जैसे कि मैं एक बार आपको मैंने पैसे तो शॉप पर या कहीं चोट लगा दिया जिससे सारे के सारे शो टिकट वैल्यू क्या होता है। इसके बारे में डिस्कशन करेंगे। अच्छा जी जिसे हम फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस बोलते हैं, वह क्या होता है लेकिन पार्टी इंश्योरेंस क्या होता है। इसके बारे में डिस्कशन करेंगे। फिर हम देखेंगे कि थर्ड पार्टी इंश्योरेंस क्या होता है। ऐसी बहुत सारी चीजें कंज्यूमर रेबल जो है, ऐडऑन वह भी बहुत जरूरी होता है। कार इंश्योरेंस के अंदर फिर उसके बारे में डिस्कशन करेंगे।
कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस क्या होता है
- बहुत सारी चीज है जिसे आरटीआई जिसको बोल देते हैं। रिटर्न टू इनवॉइस लेना चाहिए या नहीं लेना चाहिए। वैसे करके policy bhajar कार इंश्योरेंस से जुड़े जितने भी पॉइंट ना मतलब अक्सर आप
- देखते होगे। ना होता क्या है कि मालू भारत में किसी के पास भी कार है। ठीक है। मैं कहता हूं कि बहुत से ऐसे लोग हैं जो एक डीलर के पास जाएंगे जिसमें आसपास कोई। कानपुर की होती है या फिर उसका कोई फोन पर कोई रोंदा होगा।
- आप किसी ने कहा कि उसे इंश्योरेंस करा लिया करो। जनता ऐसा काम करती हूं जो डीलर होता है। डीलर का कमीशन से आपको क्या पता? आप किसी डीलर के पास जाते। डीलर कहते कि आप
फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस अपना आपको नहीं पता
जाकर के सीधा बोल देते कि यह गाड़ी का नंबर है। इसकी कि उसके अंदर जीरो डिप्रेशिएशन भी ऐड किया। पता कि उसके अंदर कंज्यूमरफेड है या नहीं है नो क्लेम बोनस कितना आप को ले करके दे रहा है। बहुत सारी चीज है। तब आप मैं कहता हूं कि आधे से ज्यादा लोगों को यह पता ही नहीं है कि और कितना उसका कट आप पहली चीज तो देखो इस वीडियो में आप पहले यह सारे के सारे पैरामीटर्स को समझो कि कार इंश्योरेंस के अंदर चीज है। क्या होती है जब आपको यह
जो वह कार इंश्योरेंस डीलर से ले रहे हैं उसके अंदर किस-किस चीजों के तो उसने पैसे जुड़े
सारा कुछ समझ ही आ जाएगा कि यह क्या क्या चीज होती है। मैं आपको समझा लूंगा। यह नहीं। सुरेश ले लोगे तो आप क्यों जाकर के डीलर के भरोसे बैठोगे तो समझना बहुत ज्यादा जरूरी है। सबसे पहले सबसे पहले टाइप ऑफ इंश्योरेंस थर्ड पार्टी इंश्योरेंस थर्ड पार्टी इंश्योरेंस तो आपके पास होना ही चाहिए गाड़ी का। सर्दी आने वाली गाड़ी के ड्राइवर को भी डैमेज हुआ गाड़ी को भी चोट लगी। ऐसी हमारी गाड़ी भी तेज हो गई। हमें भी चोट लगी। ऐसा कुछ करके एक्सीडेंट हो गया तो सामने वाले का जो भी खर्चा हुआ कि ड्राइवर को चोट लगी है ना और
स्क्रीनशॉट पॉलिसी बाजार की वेबसाइट का कुछ सही
क्या बोलते हैं। ड्राइवर को चोट लगी और यहां पर क्यों क्योंकि हमारे पास थर्ड पार्टी इंश्योरेंस थर्ड पार्टी कौन है जिस को नहीं जानती कोई भी थर्ड पार्टी है। हमारी इंश्योरेंस कंपनी को हम क्या बोल देते हैं लेकिन पार्टी बोल देते तो सही? पार्टी का खर्चा उठाएंगे लेकिन हमारा जो भी नुकसान हुआ या में चोट लगी। उसका ₹1 भी हमें नहीं मिलेगा क्योंकि हमारे पास सिर्फ थर्ड पार्टी का इंश्योरेंस ऐसे ही मान लो। एक और प्ले करो कि हमारी गाड़ी है। सामने वाले की गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ। गलती हमारी थी। हमें भी चोट लगी। गाड़ी को भी
गाड़ी को डैमेज हुआ तो हमारी इंश्योरेंस कंपनी सामने वाले का खर्चा उठाएगी
चोट लगी। सामने वाली गाड़ी को भी चोट लगी। सामने वाले ड्राइवर को भी चोट लगी। इस बार भी गलती हमारी थी तो इस बार तो सेकंड पार्टी है। यानी हमारी जो इंश्योरेंस कंपनी है, वह सामने वाले का खर्चा तो देगी देगी। साथ में हमारा भी खर्चा उठाएगी। इसे क्यों क्योंकि यह कब उठाई कि अगर कई लोग इसे कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस बोल देते समझ गया बात को कि कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस की जाने की अधिक सवारी आएगा। एक्सीडेंट तो दो गाड़ियों का हुआ ना तो सामने वाले ने भी तो इंश्योरेंस कंपनी क्यों
हमारे पास फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस होगा। अब कई लोग इसे फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस बोल देते हैं
नहीं पैसा देगी। इसमें गलती हमारी थी, जिसकी भी गलती होगी। उसकी इंश्योरेंस कंपनी क्लेम के पैसे देगी। यह सारी की सारी चीज होती। जो फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस होता है जैसे मैंने आपको एक अभी एग्जाम पर बताया कि हमारा नुकसान हो गया। ऐसे से चोट लगी है। सारा का सारा माल कि ₹50000 का नुकसान हो गया। टोटल इसका उसका मिला करके टोटल ₹50 का खर्चा है। ऐसा नहीं कि कंपनी फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस पर कोई भी कंपनी की पूरा का पूरा 50,000 फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस में प्लास्टिक पाठ का जो भी डैमेज होगा गाड़ी के
हमारे पास कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस में ऐसा कुछ करो
अंदर जितने भी प्लास्टिक पार्ट से माल उसका 10,000 का। उसका आधा यानी 5,000 का ही हमें मिलेगा ऐसी मारो क्लास विंडशील्ड। बहुत से लोग कहेंगे कि सर हमने तो सुना कि जब गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है और फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस होता है। तू हमारी जेब से तो कुछ ऐसा लगता ही नहीं बिका। रीजेंसी में जाए खड़ी कर दो। उसमें क्लेम मिल जाता हूं। पैसा मिल जाता तो उसके लिए अलग चीज होती है। यहां पर स्क्रीनशॉट मैंने लगा रखे। प्रॉपर पॉलिसी बाजार का स्क्रीनशॉट ले लिया। अगर मैं जीरो डिप्रेशिएशन इंश्योरेंस को सेलेक्ट करता हूं। तब
पचास परसेंट 10000 की हमें मिलेगा तभी सवाली आएगा
जाकर के मैं कह सकता हूं कि मालूम है मेरी गाड़ी है, मेरे से गलती हो गई। सामने वाले की गाड़ी में एक्सीडेंट हो गया। सामने वाले को भी चोट आई। गाड़ी को भी चोट आई। मेरे को भी चोट आई। तब तब हम कह सकते कि गाड़ी को ले जाओ। एजेंसी में खड़ा कर दो। मेरे को अपनी जेब से कोई पैसा देने की जरूरत नहीं है। यह कब पॉसिबल है जब मैं जीरो! स्टेशन वाली ऐडऑन को सेलेक्ट करूंगा। पॉलिसी बाजार पर जाकर के आसानी से आकार का नंबर एंटर करने 21 से ज्यादा कंपनी इसके रेट आपके सामने आ जाएंगे तो आप क्यों डीलर के भरोसे बैठोगे कि भाई मेरे को डीलर से जाकर के इंश्योरेंस
जो भी खर्चा आएगा। सब का सब मेरी इंश्योरेंस कंपनी देगी
करवाने जब आप खुद से यह सेलेक्ट कर सकते कि मेरे को क्या-क्या चीज लेने मेरे को कौन-कौन से एडवांस लेने हैं। किस कंपनी से लेना भी आपको अच्छी लगती से ले लो आपको? कंपेयर करके दिखाएगा कोई किस से ज्यादा कंपनीस कंपेयर करके दिखाएगा तो प्रॉब्लम ही के जैसे मैंने एक एग्जांपल यहां पर बजाज अलायंस का यहां पर अगर मालूम है। रे मारे। लेकिन अगर मैं सेलेक्ट कर लेता हूं। ठीक है अब यह देखो प्राइस हो जाता है। 113 से कहने का मतलब यह है कि एप्लीकेशन जो ऐड होना जरूरी है, आगे बढ़ते हैं। अब एक
सिर्फ फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस अब तो पिक एग्जांपल है। बस चार पांच ₹5 का मिला हुआ
सवाल एप्लीकेशन में ले लूं तो क्या ₹1 का खर्चा करना पड़ेगा करना पड़ेगा। खर्च आएगा। फाइल चार्ज कर लो किसी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया तो गाड़ी एजेंसी में ले जाकर खड़ी खड़ी कर दी तो वहां पर एक फाइल किस को बोल देना, फाइल चार्ज और।
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